हिंदी सभी प्रादेशिक भाषाओं को प्रोत्साहित करती है:प्रो. डॉ.ओमप्रकाश शर्मा
पुणे न्यूज एक्सप्रेस :
पुणे: हिंदी न केवल भारत की प्रमुख भाषा है, बल्कि यह विभिन्न प्रादेशिक भाषाओं को हिंदी में अनुवाद के जरिए एक राष्ट्रीय मंच प्रदान करती है. हिंदी ही नहीं बल्कि देश की प्रादेशिक भाषाएं भी राष्ट्रभाषाएं हैं. हिंदी सभी प्रादेशिक भाषाओं को प्रोत्साहित करती है और उनकी समृद्धि में योगदान करती है, यह आबासाहेब गरवारे महाविद्यालय के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. ओमप्रकाश शर्मा ने हिंदी दिवस समारोह के उद्घाटन अवसर पर कहा.आबासाहेब गरवारे महाविद्यालय के हिंदी विभाग द्वारा 12 सितंबर से तीन दिवसीय हिंदी दिवस समारोह का आयोजन किया गया है.
कार्यक्रम की अध्यक्षता हिंदी विभाग प्रमुख और प्राचार्य प्रो. डॉ. विलास उगले ने की. इस अवसर पर प्रास्ताविक प्रा. डॉ.बाबासाहेब गव्हाणे ने प्रस्तुत किया और अतिथि परिचय प्रा. डॉ. मिलिंद बनकर ने किया.इस कार्यक्रम के काव्य पठन एवं पोस्टर प्रस्तुतिकरण प्रतियोगिता का उद्घाटन करने के पश्चात् डॉ. शर्मा ने छात्रों को सलाह दी कि वे हिंदी भाषा के साथ विदेशी भाषा भी सीखें. विश्व के 200 देशों में हिंदी विभाग सक्रिय हैं और ऐसे में हिंदी भाषा के साथ विदेशी भाषा का ज्ञान होना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नौकरी के बेहतर अवसर प्रदान कर सकता है. काव्य पठन प्रतियोगिता में 11 और पोस्टर प्रस्तुतिकरण में 4 छात्र- छात्राओं ने अपनी कला का प्रदर्शन किया. इस प्रतियोगिता का समन्वय प्रो. डॉ. दशरथ वाघ द्वारा किया गया.

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